ओम विद्या मंदिर सीनियर सेकेंडरी स्कूल, शादीपुर, यमुनानगर मे हरियाणा एनसीबी की अम्बाला यूनिट का नशा विरोधी जागरूकता अभियान।
जो युवा नशे से बचते हैं, वही कल देश को नई ऊँचाइयों तक ले जाते हैं।”- असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर फुल कुमार।
यमुना टाइम्स ब्यूरो
यमुनानगर ;(राकेश भारतीय) युवाओं को नशे के चंगुल से बचाने के लिए चलाए जा रहे राष्ट्रव्यापी अभियान को गति देते हुए, हरियाणा स्टेट नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (HSNCB) ने आज यमुनानगर के गाँव शादीपुर मे ओम विध्या मंदिर सीनियर सेकेंडरी स्कूल में एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया। इसका मुख्य उद्देश्य छात्रों को नशे के विनाशकारी परिणामों के बारे में शिक्षित करना और उन्हें एक स्वस्थ, सकारात्मक भविष्य की ओर प्रेरित करना था।
*युवाओं को किया गया जागरूक*
यह कार्यक्रम एनसीबी प्रमुख श्री ओ.पी. सिंह (पुलिस महानिदेशक) के मार्गदर्शन और पुलिस अधीक्षक श्री मोहित हांडा के नेतृत्व में चलाया जा रहा है। कार्यक्रम का संचालन करते हुए अम्बाला यूनिट के एएसआई फुल कुमार ने विद्यार्थियों से सीधा संवाद किया। उन्होंने छात्रों को बताया कि नशा न केवल उनके शरीर को बर्बाद करता है, बल्कि उनके मानसिक, पारिवारिक और सामाजिक जीवन को भी बुरी तरह प्रभावित करता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि नशा एक ऐसी सामाजिक बुराई है जिसे खत्म करना हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है।
*एनसीबी के अभियानों से जुड़ने की अपील*
एएसआई फुल कुमार ने विद्यार्थियों को एनसीबी द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न अभियानों जैसे “साइक्लोथॉन”, “नमक लोटा अभियान”, “ई-प्लेज” और “नशा मुक्त जीवन – बेकैट चैलेंज” के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने छात्रों से इन अभियानों से जुड़ने और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए आगे आने का आह्वान किया।
नशा न करने की शपथ
कार्यक्रम के अंत में, सभी विद्यार्थियों और स्कूल स्टाफ ने “नशा नहीं, शिक्षा हाँ” का संकल्प लिया। इसके साथ ही, उन्होंने भविष्य में किसी भी तरह के नशे से दूर रहने का प्रण भी लिया।
*आपकी जानकारी, हमारी ताकत*
अंत में, टीम ने लोगों से अपील की कि उन्हें कहीं भी नशा बिकता दिखाई दे या नशा तस्करी से जुड़ी कोई भी जानकारी मिले, तो वे बिना किसी डर के भारत सरकार के टोल फ्री नंबर 1933, ऑनलाइन पोर्टल MANAS (www.ncbmanas.gov.in) या हरियाणा एनसीबी के टोल फ्री नंबर 90508-91508 पर तुरंत सूचना दें। आपका एक छोटा सा सहयोग समाज से नशे की बुराई को खत्म करने में एक बड़ा कदम साबित हो सकता है।