मरीज भटकते रहे वो करते रहे मदिरापान

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हॉस्पिटल में मरीज इलाज के लिए भटकते रहे,डॉक्टर रेस्ट हाउस में पीते रहे शराब !

शिकायत मिलने पर पहुंचे मीडिया कर्मियों को देख भागे डॉक्टर

प्रतापनगर ( सुनील शर्मा )हरियाणा के सरकारी हॉस्पिटल्स में प्रदेश सरकार कें लाख प्रयासों के बावजूद हालात सुधरने का नाम नही ले रहे है । ताजा मामला यमुनानगर जिले के प्रतापनगर के हॉस्पिटल का है ,जहाँ मरीज इलाज को भटकते रहे जबकि डयूटी पर तैनात सरकारी गाड़ी लेकर कलेसर रेस्ट हाउस में बैठकर मदिरापान करते रहे। शिकायत मिलने पर जब मीडिया कर्मी वहाँ पहुंचे तो शराब छोड़कर डॉक्टर्स भागते और कैमरों से मुंह छिपाते नजर आए।
प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री लापरवाह कर्मियों के विरुद्ध सख्ती दिखाते रहे है लेकिन इसके बावजूद भी सरकारी अस्पताल के डॉक्टर और कर्मी है कि मानते नही। खिजराबाद के हॉस्पिटल में लोग डॉक्टर की इंतजार में खड़े हैं लाइनो में, डॉक्टर साहब कलेसर रेस्ट हाउस में ले रहे हैं शराब का आनंद। हालांकि ऐसी शिकायते काफी दिनों से सामने आ रही थी। आज भी नही हुआ सरकारी हॉस्पिटल के सीनियर मेडिकल ऑफिसर व दांतो के सर्जन हस्पताल मैं अपनी ड्यूटी ना देकर कलेसर वन विभाग के रेस्ट हाउस में बरसात का लुफ्त लेने पहुंच गए जहां बाहर से आए डॉक्टरों ने भी मदिरा का लुफ्त लिया। बताया जाता है कि प्रताप नगर सरकारी हॉस्पिटल कायाकल्प अभियान के तहत चेकिंग अभियान चल रहा था जिसमें चेकिंग करने से सीनियर मेडिकल ऑफिसर व मेडिकल ऑफिसर ड्यूटी पर आए थे। प्रताप नगर के सरकारी अस्पताल में चेकिंग करने आए डॉक्टरों द्वारा चेकिंग ना कर चेकिंग के नाम पर अस्पताल के डॉक्टर इकट्ठा कर एक ग्रुप फोटो खींचकर चेकिंग के कार्य की इति श्री कर ली गयी । उसके बाद चेकिंग टीम के साथ प्रताप नगर सरकारी हॉस्पिटल के सीनियर मेडिकल ऑफिसर जितेंद्र कुमार व दंत सर्जन जितेंद्र कुमार दोनों डॉक्टरों हॉस्पिटल में आए मरीजों का इलाज करने की बजाय चेकिंग करने आई टीम की आवभगत करने में लग गए। तरावड़ी से आए दोनों चेकिंग अधिकारी को साथ लेकर वन विभाग के रेस्ट हाउस कलेसर में पहुंचे जहां जमकर मदिरापान का लुफ्त लिया जा रहा था। बात मीडिया में आते ही मदिरापान का लुफ्त ले रहे सभी डाक्टरों के हाथ पांव फूल गए और सभी डॉक्टर आनन फानन में रेस्ट हाउस से निकलकर इधर-उधर भागने लगे। स्वास्थ्य विभाग के मुखिया अनिल विज के होते हुए भी डॉक्टर बिना परवाह किए ड्यूटी टाइम में रेस्ट हाउस में बैठकर मदिरा का सेवन कर रहे हैं। ऐसे में विभाग लोगों के स्वास्थ्य के प्रति कितना सचेत है यह भी एक सोचने का गंभीर विषय है। क्षेत्रवासियों का कहना है कि हर रोज सुबह से लेकर शाम तक हजारों की तादाद में किसी ना किसी बीमारी से ग्रस्त मरीज इलाज के लिए प्रताप नगर सिविल हॉस्पिटल में आते हैं। बावजूद इसके डॉक्टर मरीजों को ना देख कर वन विभाग के विश्राम गृह कलेसर में बैठकर मदिरा का सेवन करते हैं।
इस बारे में जब चीफ मेडिकल ऑफिसर यमुनानगर से बात की गई तो उनका कहना था कि मेरे संज्ञान में अभी ऐसा कोई मामला नहीं है लेकिन वीडियो और फोटो अपने आप मे बहुत कुछ कह रहे है, वह इसकी जांच करवा कर सख्त से सख्त कार्रवाई करेंगे और उच्च अधिकारियों को भी सूचित कर दिया जाएगा। लापरवाह कर्मचारियों को किसी भी
यमुनानगर से बात की गई तो उनका कहना था कि मेरे संज्ञान में अभी ऐसा कोई मामला नहीं है लेकिन वीडियो और फोटो अपने आप मे बहुत कुछ कह रहे है, वह इसकी जांच करवा कर सख्त से सख्त कार्रवाई करेंगे और उच्च अधिकारियों को अवगत कराते हुए किसी भी सूरत पर दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।

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