ऐसी तहसील जिसका न कोई रजिस्ट्रार,न तहसीलदार होती है फिर भी रजिस्ट्रियां

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कनाडा रहने वाले यमनानागर के बेटे द्वारा चाँद पर तीन एकड़ जमीन गिफ्ट के कागजात देखकर पावं तले जमीन निकल गयी थी पिता की

  1. चाँद पर तीन एकड़ जमीन का मूल्य

    नो हजार लेकिन कोई नही कर सकता दावा

सवाल पर बोले पिता गिफ्ट की कोई कीमत नही


यमुनानगर ( राकेश भारतीय) कनाड़ा में रहने वाले आयुष ने माता-पिता को इतना बड़ा सरप्राइज गिफ्ट दिया है जिसे सुनकर हर कोई अचंभित है । बेटे ने अपने पिता को चाँद पर पांच एकड़ जमीन गिफ्ट की। उनके घर पर बधाई देने वालों का तांता लगा है ।


भले ही चाँद पर कोई अपना दावा नही कर सकता फिर भी चाँद को लेकर एक ऐसी तहसील है जिसका न कोई रजिस्ट्रार है ,न तहसीलदार फिर भी होती है रजिस्ट्रियां आज हम आपको ऐसी ही खबर के बारे अवगत करवा रहे है।


आप जो तस्वीरे देख रहे है वो चाँद की तस्वीरे है जहाँ पानी का गिलास पहुचाने में 5 किलो सोने की कीमत लगती हो ,जिस चाँद की जमीन की धूल का एक कण सवा सात करोड़ रुपये का हो लेकिन उस चाँद पर यदि कोई गिफ्ट में आपको चाँद पर जमीन होने का दावा करे इसके बावजूद सपनो की दुनिया में जीने वालो का खुश होना लाजमी है।दुनिया के 104 देशों द्वारा चाँद पर कोई दावा न करने के हुए समझौते जिनमे एक देश भारत भी है उस देश के व्यक्ति द्वारा जमीन खरीदने की खुशी से उसके पावं तले की जमीन पर नही है। तस्वीरों में हंसता हुआ कपल कनाडा में रह रहे उस युवक के माता पिता है जिसने चाँद पर तीन एकड़ जमीन खरीद कर अपने पिता को गिफ्ट किया है।

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कनाडा के रहने वाले आयुष ने अपने पिता को लगभग 9 हजार की कीमत की जमीन अपने पिता सुभाष को भेजी है लेकिन कहते है गिफ्ट का कोई मूल्य नही होता गिफ्ट गिफ्ट होता है जिसके चलते सुभाष के पावं आजकल जमीन पर नही है।

अक्सर बचपन मे दादा दादी ओर माँ बाप बच्चों को चाँद तारो की कहानियां सुनाते हैं । वंही चांद पर जमीन खरीदने के ख्वाब भी हर कोई देखता है, मगर सच बहुत ही कम लोगों के होते हैं , लेकिन यमुनानगर के रहने वाले सुभाष चंद्र के बेटे आयुष ने नामुमकिन दिखने वाले सपने को हकीकत में बदल दिया । जी हां सुभाष चंद्र के घर जब चांद पर खरीदी गई 3 एकड़ जमीन के दस्तावेज पहुंचे तो उन्हे कुछ समझ नहीं आया, लेकिन जैसे ही बेटे को फोन कर पूछा तो उसने बताया कि मैंने आपके लिए चांद पर 3 एकड़ जमीन खरीदी है ये उसी की रजिस्ट्री और बोर्डिंग पास भेजा है ।
कैनेडा में रहने वाले बेटे की तरफ से दिए गए इतने बड़े गिफ्ट को सुनकर सुभाष चंद्र और उनकी पत्नी रेखा को विश्वास नहीं हुआ । जब उन्होने दोबारा दस्तावेज देखे तब जाकर उन्हे ना सिर्फ विश्वास हुआ बल्कि बेटे पर बड़ा फक्र भी हुआ । सुभाष चंद्र ने बताया कि मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि मेरा बेटा मुझे जिंदगी में इतना बड़ा उपहार देगा। जैसे ही ये बात आसपास के लोगों या रिश्तेदारों को पता चला कि सभी उनके घर बधाई देने आने लगे ।
परिवार के लोग बेहद खुश हैं और खुशी से फुले नही समा रहे । सुभाष चंद्र की पत्नी रेखा ने बताया कि बेटे ने इतना बड़ा गिफ्ट दिया है हम सोच भी नही सकते । आयुष के पिता सुभाष ने कहा कि वह प्रायवेट नोकरी करते है और एक माध्य्म वर्गीय परिवार से सम्बंध रखते है।उन्होंने कहा कि सच मे जब उन्हें पता चला कि उनके हाथ मे कागज उनके बेटे द्वारा चाँद पर खरीदी गई जमीन के है तो उनके पावं जमीन से उठ गए थे। उन्होंने कहा कि जमीन की कीमत कितनी है ,हम दावा कर सकते है या नही लेकिन उनके बेटे ने जो उपहार उन्हें दिया है उस उपहार की कोई कीमत नही । चाँद पर जाने बारे पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि सरकारों को प्रयास करना चाहिए कि आम आदमी भी वहाँ तक जा सके।
फोटो चाँद पर खरीदी जमीन की तस्वीरें, आयुष के माता पिता

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