मुख्यमंत्री के कार्यक्रम रद्द होने पर तरह-तरह की चर्चाएं
यमुना टाइम्स ब्यूरो
यमुनानगर ( राकेश भारतीय) सीएम मनोहर लाल खट्टर का यमुना नगर दौरा
किसानों और वकीलों के विरोध के चलते रद्द हुआ या खराब मौसम के चलते लेकिन
रद्द हुए इस कार्यक्रम को लेकर जिले भर में तरह-तरह की चर्चाएं चल रही
हैं।
बता दें कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने जिला बार एसोसिएशन के
कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आना था। कार्यक्रम का न तो कहीं ज्यादा
प्रचार किया गया और ना ही इसकी हवा लगने दी गई लेकिन कल एकाएक जिला बार
एसोसिएशन से जुड़े किसान आंदोलन के समर्थक और तीन कृषि बिलों के विरोधी
वकीलों को इसका पता चला तो आपात बैठक बुलाई गई। बैठक की अध्यक्षता
एडवोकेट धर्मवीर चौहान की तथा इसमें मुख्य रूप से विभिन्न राजनीतिक दलों
से जुड़े वकील भी शामिल हुए जिनमें मुख्य रुप से कांग्रेस से जुड़े वकील
सतीश सांगवान ,इनेलो से जुड़े वकील एवं बार एसोसिएशन के पूर्व प्रधान
एडवोकेट गुरमीत सिंह ,साहिब सिंह गुज्जर आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे ।
बैठक में शामिल होने वाले इन वकीलों का कहना था कि वह किसी राजनीतिक दल
के कार्यकर्ता, समर्थक या वकील बाद में है पहले किसान हैं और वह सीएम का
कार्यक्रम का विरोध करेंगे । वकीलों के विरोध की खबर बाहर भी आई और किसान
मोर्चे से जुड़े नेताओं ने भी अलग-अलग बयान जारी कर कहा कि वह सीएम के
कार्यक्रम का प्रबल विरोध करेंगे ।
बार से जुड़े वकीलों का इस प्रकार विरोध और साथ में किसानों द्वारा भी
सीएम के कार्यक्रम के विरोध की खबर जब जिला प्रशासन को लगी तो प्रशासनिक
अधिकारी भी हरकत में आ गए। पार्किंग एरिया को खाली करा दिया गया तथा
सचिवालय में आने जाने वाले हर व्यक्ति पर नजर रखी जाने लगी।
कार्यक्रम स्थल का जिला उपायुक्त गिरीश अरोड़ा ,जिला पुलिस अधीक्षक कमलदीप
ने स्वयं निरक्षण किया । सीएम के कार्यक्रम पर किसानों और पुलिस प्रशासन
के संभावित टकराव को मौसम के बदले मिजाज ने टाला। बदले मौसम से गर्मी में
भले ही कुछ कमी आई हो लेकिन मुख्यमंत्री के इस कार्यक्रम में यमुनानगर
में राजनीतिक तापमान को बढ़ा दिया इस बीच अचानक मुख्यमंत्री के कार्यक्रम
के रद्द होने की खबर से स्थानीय लोगों के साथ-साथ पुलिस प्रशासन ने भी
राहत की सांस ली।
मुख्यमंत्री के इस कार्यक्रम के रद्द होने का कारण खराब मौसम बताया गया
लेकिन मुख्यमंत्री के इस कार्यक्रम के रद्द होने की खबर पर जिले भर में
दिनभर तरह-तरह की चर्चाएं होती रही। किसान मोर्चा के नेता एवं भारतीय
किसान यूनियन के डायरेक्टर मनदीप ने कहा कि जब तक तीनों कृषि बिल वापस
नहीं लिए जाते भाजपा और जजपा के सभी कार्यक्रमो का विरोध किया जाएगा
जबकि भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष राजेश सपरा ने कहा कि लोकतंत्र
में विरोध करने का सबको अधिकार है लेकिन किसी के कार्यक्रम में खलल डालना
या जबरन घुसकर धक्का-मुक्की की इजाजत लोकतंत्र में नहीं है। सपरा ने कहा
कि सीएम साहब का कार्यक्रम खराब मौसम के कारण रद्द हुआ है।