सीएम साहब को अफसरों के विरुद्ध कार्रवाई करने में ठंड में भी पसीने क्यों आते हैं

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गुस्ताखी माफ़ हरियाणा : (पवन बंसल)अजित बालाजी जोशी अपने काडर पंजाब क्यों नहीं जाना चाहते ?
यहाँ मनोहर वहा भगवतं मान – दोनों के कामकाज में दिन-रात का फर्क।

मनोहर का तो करप्शन पर जीरो टॉलरेंस का दावा एक जुमला साबित हुआ है लेकिन भगवंत मान ने इस मुद्दे पर 56 इंच की छाती दिखाई है।
पंजाब में विजिलेंस ने की पूर्व मंत्रियों और आई ए एस अफसरों को करप्शन केस में बुक किया -हरियाणा में आई ए एस अफसर के खिलाफ मुकदमे के अनुमति देते वक्त मनोहर को इतनी ठंड में भी पसीने आते है।

गुस्ताखी माफ हरियाणा :कलम की ताकत से भ्रष्ट नेताओं और अफसरों की टोपी उडाते हुए लेखक पवन बंसल

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हमारे पाठक प्रमोद शर्मा ने शायराना अंदाज में लिखा की और भी गम है ज़माने में ,बंसल साहिब। आप तो अजिर बालाजी जोशी के पीछे ही पढ़ गए हो।
इसे अन्यथा न ले। प्रमोद जी पैसठ वर्ष में ये मेरी कोई उम्र है की किसी के पीछे पढू। में तो जब सोलह साल का था और जवान था तब भी कलम में पीछे पड़ा था और आज तक उसी के पीछे हूँ।

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