पत्रकारों से मारपीट छीना मोबाइल बंधक बनाने का आरोप

इस खबर को सुनें

हरियाणा के मेवात के नूंह मैं खनन माफिया द्वारा डीएसपी की हत्या के पश्चात यमुनानगर में लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर हमला

अवैध खनन की रिपोर्टिंग करने गई पत्रकारों की टीम को बनाया बंधक महिला पत्रकार से की गई छेड़छाड़

पुलिस ने दिखाई तत्परता शिकायत मिलते ही आरोपियों के विरुद्ध विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज

पमुना टाइम्स ब्यूरो
यमुनानगर (राकेश भारतीय ) जठलाना एरिया में खनन ठेकेदार के दबंगों ने पत्रकारों की टीम पर हमला कर दिया। उन्हें बंधक बना लिया और उनके मोबाइल छीन लिए। बाद में उन्हें धमकी देकर छोड़ा गया। पत्रकार किसी तरह से वहां से निकले और इसकी सूचना पुलिस को दी। पत्रकारों ने जठलाना थाना पुलिस को शिकायत दी है कि गांव संधाला निवासी शिव कुमार का उनके पास फोन आया था कि उनके एरिया में खनन ठेकेदार के लोग अवैध खनन कर रहे हैं। इसको लेकर गांव के लोग इकट्ठा होकर प्रदर्शन करेंगे। इस सूचना पर वे पत्रकार वहां के लिए रवाना हुए। जब वे घाट नंबर 13 के पास पहुंचे तो एक सफेद रंग की फॉर्च्यूनर कार में कुछ लोग आए। उन्होंने उनकी कार के आगे अपनी कार रोक दी। इस दौरान कार में आए दबंगों ने उन पर हमला कर दिया। जिला पत्रकार को जबरदस्ती गाड़ी में बैठाया। और उसके साथ छेड़छाड़ की। इन्होंने हमारी खबर चलाई है और इससे उनका 8000000 रुपए का नुकसान हुआ है। दबंग लोग उन्हें जबरदस्ती अगवा कर अपने घाट नंबर 13 के ऑफिस में ले गए। वहां ले जाकर भी उनके साथ मारपीट की। वहीं उन्हें पैसे देने की जबरदस्ती वीडियो बनाने लगे। पता चला है कि हमला करने में विकास, सचिन, प्रताप, करण उर्फ फौजी रिंकू बग्गा और अन्य थे। बाद में किसी तरह भी वहां से निकले पत्रकारों का कहना है कि इन दबंग लोगों से हमें परिवार का खतरा है।
इस बारे जब खाना जठलाना के एसएचओ से बात की गई तो उन्होंने बताया कि यमुनानगर के पत्रकारों सर्वजीत बाबा,प्रदीप शर्मा परवेज खान तथा महिला पत्रकार की शिकायत आई है जो भी कार्रवाई बनेगी की जाएगी।
बॉक्स
जठलाना पुलिस ने पत्रकारों की शिकायत मिलने के कुछ देर पश्चात ही आरोपियों के विरुद्ध 323,341,354,506 आदि धाराओं में मामला दर्ज कर लिया हैबता दें कि पत्रकारों पर हुए हमले को लेकर जिले के तमाम पत्रकारों और पत्रकार संगठनों में गहरा रोष था हमले की सूचना मिलते ही प्रेस क्लब ऑफ डिस्ट्रिक्ट यमुनानगर हरियाणा यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट से जुड़े पत्रकार भी थाना झोटवाड़ा में पहुंचे थे।

स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे