अंबाला
कहा जाता है कि डॉक्टर का दर्जा धरती पर भगवान का होता है और डॉक्टर ज्योति प्रकाश इसकी जीती जागती मिसाल हैं। वर्तमान में वे सिविल अस्पताल अंबाला में एकमात्र बच्चों के डॉक्टर हैं। इसके अलावा डॉ. जसपाल निक्कू वार्ड में कार्यरत थे लेकिन कोरोना काल के दौरान सारी जिम्मेदारी डॉक्टर ज्योति प्रकाश पर आ गई। जो बच्चों की सेवा के लिए लगातार काम करते रहे और आज डॉक्टर ज्योति प्रकाश भी आज सेवानिवृत्त हो रहे हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार सरकार को उन्हें एक्सटेंशन देने के लिए लिखा गया है। लेकिन यदि सरकार उन्हें एक्सटेंशन नहीं देती तो अंबाला सिविल अस्पताल में फिलहाल बच्चों के इलाज के लिए कोई डॉक्टर नहीं है जिससे यह तय लगता है कि उन्हें एक्सटेंशन अवश्य मिल जाएगी।
गौरतलब है कि डॉक्टर ज्योति प्रकाश वर्ष 2014 में अंबाला में आए थे और उन्होंने अंबाला सिविल अस्पताल में अपना कार्यभार संभाला था। इसके अलावा वह कई वर्षों तक हरियाणा सरकार में अपनी सेवाएं देते रहे थे। आज अंबाला शहर सिविल अस्पताल में सहकर्मी डॉक्टरों व अन्य कर्मचारियों ने उनको रिटायरमेंट पर विदाई दी । उनके स्वागत के लिए सीएमओ ऑफिस में विदाई समारोह कार्यक्रम का आयोजन किया गया । जिसमें अनेक डॉक्टरों समेत कई समाजसेवी संस्थाओं ने डॉक्टर ज्योति प्रकाश को उनकी सेवाओं के लिए सम्मानित किया तथा विदाई दी। डॉ. ज्योति ने बताया कि उनकी जिम्मेदारी छोटे बच्चों के इलाज की थी। इसके अलावा उनके पास 50 के आसपास थैलीसीमिया से ग्रसित बच्चे भी थे जिन्हें नियमित रूप से खून चढ़ाना पड़ता है । ये बच्चे भी आज डॉक्टर ज्योति प्रकाश के विदाई समारोह के दौरान सिविल अस्पताल में एकत्रित हुए और उन्हें नम आंखों से विदाई दी।