बेमौसमी बारिश और तेज हवाओ से खराब हुई फसलो की विशेष गिरदावरी कराकर तुरंत मुआवजा दे सरकार:-चित्रा सरवारा

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अम्बाला छावनी:-हरियाणा डेमोक्रेटिक फ्रंट की राष्ट्रीय महासचिव चित्रा सरवारा ने पिछले कई दिनो तक चली बेमौसमी भारी बारिश के कारण खेतों में जलभराव और तेज हवा चलने से फसलों के खराब होने पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि किसानों को पहले ही फसलों का बहुत नुकसान हो चुका है जिस कारण से अब किसानों के सामने भीषण आर्थिक संकट खड़ा हो गया है।उन्होंने कहा कि प्रदेश में जनवरी के महीने में हुई बरसात से जहां आलू,टमाटर,गोभी,सरसों, पशु चारे आदि की फसल को नुकसान पहुंचा वहीं तेज हवा चलने से सरसों, तोडिया की फसल खेतों में पूरी तरह से बिछ गई हैं। चारे की फसल खराब होने से पशुओं के लिए चारे का सकंट खड़ा हो गया है।
बरसात के कारण हुए जलभराव से सबसे ज्यादा नुकसान आलू उत्पादक किसानों को हुआ है। उन्होंने कहा कि अभी भी हुई बेमौसमी बरसात का पानी पूरी तरह से खेतों में खड़ा है और अभी दो दिन की बरसात मौसम और दिखा रहा है।

सरकार द्वारा प्रधानमंत्री फसल बीमा के नाम पर मेहनतकश किसानों की जेबों पर डाका डाला जा रहा है। मोदी सरकार ने पिछले 7 सालों में किसानो की जेब से बीमा के नाम पर ₹17.50 लाख करोड़ लूट लिए, किसान की खेती पर ₹25,000 प्रति हेक्टेयर का अलग बोझ लाद दिया है।

मोदी जी के किसानों से आय दोगुनी करने का वादा किया था परंतु उनकी सरकार में किसानों की आय दुगनी होने के बजाय मात्र ₹27 प्रति दिन रह गई है I

चित्रा सरवारा ने कहा कि भाजपा सरकार पूरी तरह से किसान विरोधी है इसका सबसे बड़ा उदाहरण प्रदेश की जनता के सामने है कि पिछले साल मानसून के दौरान हुई भारी बरसात के कारण खराब हुई फसलों का मुआवजा आज तक किसानों को नहीं दिया गया है।
मुख्यमंत्री स्वयं इस पर संज्ञान लेते हुए खराब फसलों की तुरंत विशेष गिरदावरी करवा कर पिछले साल के लंबित प्रधानमंत्री फसल बीमा के बकाया मुआवजे समेत प्रदेश के किसानों को तुरंत मुआवजा दे ताकि किसानों पर आए आर्थिक संकट को दूर किया जा सके।

साथ ही चित्रा सरवारा ने कहा कि भाजपा सरकार द्वारा किसानों को एक साल से अधिक चले आंदोलन को स्थागित करने के लिए जो वादे किए गए थे वह अभी तक पूर्ण नहीं किए गए हैं। सरकार को किसानों द्वारा किए गए MSP पर खरीद के वादे को जल्द पूर्ण करे, जिससे किसानों पर आर्थिक बोझ कुछ कम हो सके। साथ ही सरकार ने कहा था कि किसान साथियों पर दर्ज मुकदमे सरकार द्वारा वापिस लिए जाएंगे व किसान आंदोलन में शाहिद हुए साथियों के परिवारों को उचित मुआवजा दिया जाएगा, सरकार द्वार इस पर अभी तक कोई कदम नहीं उठाया गया है।

सरकार द्वारा किसानों से वादाखिलाफी के खिलाफ आज किसानों द्वारा देशव्यापी विश्वासघात दिवस मनाया जाएगा।
अगर सरकार का किसानों के प्रति यही रवैया रहा तो सरकार याद रखे की किसान इस विश्वासघात के लिए सरकार के खिलाफ एक लंबे संघर्ष के लिए अभी भी तैयार है।

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