अंबाला
आजादी का अमृत महोत्सव की कड़ी में अहिंसा के पुजारी राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की पुण्यतिथि 30 जनवरी पर हरियाणा को कुष्ठ रोग से मुक्त बनाने के लिये *कुष्ट रोग जागरूकता अभियान* की शुरुआत की गई है। राष्ट्रपिता पिता महात्मा गांधी स्वयं अपने हाथों से कुष्ठ रोगियों की सेवा किया करते थे इसलिए हरियाणा को कुष्ठ मुक्त बनाना ही राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को सच्ची श्रद्धांजलि होगी ।
गौरतलब है कि यदि समय रहते ध्यान दिया जाए तो कुष्ठ रोग का इलाज संभव है। चमड़ी पर पीले, लाल या तांबा के रंग के धब्बे जिनमें सुन्नपन हो, चेहरे कान या शरीर के किसी भाग की त्वचा लाल और मोटी हो गई हो। सूजन या छोटी-छोटी गाठें हो गई हों तो ये कुष्ठ रोग के लक्षण हो सकते हैं। यदि इनका इलाज समय पर शुरू कर दिया जाए तो विकलांगता नहीं होती। कुष्ट रोग का पूर्ण इलाज सभी सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर मुफ्त उपलब्ध है।
2022-01-30