नाम बदलने से क्या होगा सीएम साहब !

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गुस्ताखी माफ़ हरियाणा;(पवन कुमार बंसल)स्टेट विजिलेंस ब्यूरो का नाम बदल कर हुआ स्टेट एंटी करप्शन ब्यूरो।नाम बदलने से कुछ फर्क नहीं पड़ता – कमला हो या निर्मला एक ही बात है। बात तो अधिकार और स्टाफ देने की है।


मनोहर लाल ने एलान किया की अब विजिलेंस ब्यूरो का नाम बदल दिया है। नाम बदलने से खास फर्क नहीं पड़ता। गुडगाँव को गुरुग्राम बनाने से क्या फर्क पड़ा ?क्या स्वास्थ्य और शिक्षा सेवाओं में कोई सुधार आया है। ?


मनोहर जी यदि आप करप्शन पर जीरो टॉलरेंस के प्रति असल में गंभीर है तो ब्यूरो द्वारा जांच के बाद मुकदमा चलाने की अनुमति देने के मामले में तेजी दिखाओ।

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वैसे तो झट मंगनी पट ब्याह वाली बात के अनुसार ज्योंही विजिलेंस मुकदमा चलाने की अनुमति मांगे उसी दिन अनुमति दे देनी चाहिए।
आप को पता होगा की कितने मामले में अभी अनुमति देनी है।
स्टाफ की कमी।
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ब्यूरो में स्टाफ की कमी है। गुरुग्राम जहा करप्शन के गंभीर मामले की जांच चल रही है में अब केवल एस पी रैंक का अफसर है। पहले एस टी एफ
के सतीश बालन के पास अतिरिक्त चार्ज था लेकिन अब वो भी सोनीपत के पुलिस कमिश्नर बन गए है।

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