जिले में वर्दी में नजर आएंगे ऑटो व ई रिक्शा चालक

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यमुनानगर पुलिस की सराहनीय पहल, लोगों में दूर होगी असुरक्षा की भावना
यमुना टाइम्स ब्यूरो
यमुनानगर ( राकेश भारतीय) अब जिला यमुनानगर के सभी ऑटो और ई रिक्शा चालक पहचान पत्र पहनकर ही नहीं बल्कि निर्धारित ड्रैस कोड में होंगे।
सरकार द्वारा यह निर्णय जहां यातायात नियमों को सुचारू करने व ऑटो चालकों और ई रिक्शा चालकों को ट्रेनिंग देने एवं उनके जीवन स्तर में सुधार लाने के लिए है वही सवारियों की सुरक्षा के लिए भी उठाया गया है।
ड्रेस कोड के साथ-साथ पहचान पत्र अहंकार
 अब कोई ऑटो रिक्शा चला पाएगा इससे इन वाहनों पर यात्रा करने वालों की सुरक्षा भी सुनिश्चित होगी। यह बारे आज पुलिस अधीक्षक कार्यालय में ऑटो रिक्शा वा ई रिक्शा वेलफेयर एसोसिएशन की हुई मीटिंग में भी एसोसिएशन से जुडे पदाधिकारियों को बता दिया गया।
मंगलवार को पुलिस अधीक्षक यमुनानगर कार्यालय में ऑटो रिक्शा वा ई रिक्शा वेलफेयर एसोसिएशन के पदाधिकारियों व् यूनियन के संरक्षक एवं  स्टेट रोड सेफ्टी काउंसिल हरियाणा के मेंबर अधिवक्ता श्री सुशील आर्य के साथ ट्रैफिक मैनेजमेंट एवं ऑटो चालकों के कल्याण को लेकर सारथी सुरक्षा एवं सहयोग मुहीम अंतर्गत “मेरी पहचान मेरा गौरव” कार्यक्रम को लेकर विस्तृत चर्चा की गई। जिसके अंतर्गत एक स्पेशल मुहिम चलाकर ऑटो रिक्शा एसोसिएशन के द्वारा एक स्पेशल फॉर्मेट में विस्तृत जानकारी ऑटो चालकों के संबंध में इकट्ठा कर उसको सरकारी योजनाओं का लाभ व उनके व्यक्तित्व विकास एवम नव निर्माण वा ड्राइविंग निपुणता को लेकर कर्मबध ढंग से ट्रेनिंग देने पर विचार विमर्श किया गया।      जिसके अंतर्गत इस योजना का शुभारंभ पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा एक कार्यक्रम के माध्यम से शुरू किया जाएगा। जिसके अंतर्गत ऑटो रिक्शा व ई रिक्शा के संबंध में एक विस्तृत प्रोग्राम बना कर उसको प्रभावी ढंग से लागु किया जाएगा।  इस कार्यक्रम का उद्देश्य ऑटो चालकों  के निजी जीवन स्तर को बेहतर बनाकर समाज को सुरक्षित व सुनियोजित ढंग से ट्रैफिक मैनेजमेंट को अधिक प्रभावी बनाया जाएगा।
  स्पेशल मुहिम “मेरी पहचान मेरा गौरव” के अंतर्गत सभी ऑटो चालक पहचान पत्र व एक स्पेशल ड्रेस कोड व उनका ऑटो एक यूनिक नंबर के साथ होगा। किसी भी आपात स्थिति में आम व खास व्यक्ति किसी भी प्रकार की सहायता के लिए पुलिस प्रशासन को संपर्क कर सकता है। दुर्घटना से होने वाले नुकसान या संभावना को लेकर, पुलिस प्रशासन के द्वारा सही वक्त पर एक्शन लेकर उसका निवारण करना आसान होगा। इस प्रोग्राम से जहां जिला की जनता को एक सुरक्षित माहौल व सुरक्षित परिवहन प्रणाली मिलेगी उसी के साथ-साथ पुलिस प्रशासन को भी अपनी एक आंख, कान और नाक व हाथ मिलेंगे। इसका मुहिम का उद्देश्य जहां अपराध पर नियंत्रण करने में सहायता मिलेगी साथ ही असामाजिक तत्वों की भी पहचान होगी।
  इस मीटिंग में यूनियन के संरक्षक एवं  स्टेट रोड सेफ्टी काउंसिल हरियाणा के मेंबर अधिवक्ता श्री सुशील आर्य,ऑटो यूनियन के प्रधान श्री रमेश मंगा,सचिव श्री उपेंद्र मिश्रा, वरिष्ठ उप प्रधान श्री धर्मेंद्र,उपप्रधान राम मूर्ति, कोषाध्यक्ष श्री हरदेव सिंह उपस्थित रहे।
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