केमकॉन-स्पेशियालिटी-का-आईपीओ-1265-गुना-भरा-जिसमें-रिटेल-का-हिस्सा-23-गुना,-कैम्स-का-इश्यू-1.93-गुना-और-एंजल-ब्रोकिंग-का-35-प्रतिशत-भरा

केमकॉन स्पेशियालिटी का आईपीओ 12.65 गुना भरा जिसमें रिटेल का हिस्सा 23 गुना, कैम्स का इश्यू 1.93 गुना और एंजल ब्रोकिंग का 35 प्रतिशत भरा

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आईपीओ बाजार की चल रही धूम जारी है। कल खुले दो आईपीओ में से केमकॉन स्पेशियालिटी केमिकल का आईपीओ दूसरे दिन 12.65 गुना भर गया। जबकि कैम्स का इश्यू 1.93 गुना भरा। एंजल ब्रोकिंग का आईपीओ 77 प्रतिशत भरा है। मजे की बात यह है कि तीनों आईपीओ में रिटेल का हिस्सा अच्छा खासा भर रहा है।

एनआईबी का हिस्सा 3.51 गुना भरा

एक्सचेंज के आंकड़ों के मुताबिक केमकॉन स्पेशियालिटी के आईपीओ में रिटेल का हिस्सा दूसरे दिन 23 गुना भर गया। एनआईबी का हिस्सा 3.51 और क्यूआईबी 1.37 गुना भरा है। पहले दिन रिटेल का हिस्सा 9.86 गुना भरा था। कुल सब्सक्रिप्शन पहले दिन 5 गुना से ज्यादा था। कंपनी बाजार से 318 करोड़ रुपए जुटाने के लिए उतरी है। उधर 2,240 करोड़ रुपए के मेगा आईपीओ वाली कैम्स का भी इश्यू दूसरे दिन पूरा भर गया।

कैम्स का रिटेल हिस्सा 2.91 गुना भरा

कैम्स के आईपीओ को 1.93 गुना रिस्पांस मिला है। इसमें रिटेल का हिस्सा 2.91 गुना भरा है। गैर संस्थागत खरीदार (एनआईबी) का हिस्सा 1.22 प्रतिशत जबकि कर्मचारियों का हिस्सा 52 प्रतिशत भरा है। क्यूआईबी 83 प्रतिशत भरा है। कैम्स और केमकॉन का आईपीओ बुधवार को बंद होगा। तीसरा आईपीओ एंजल ब्रोकिंग का आज खुला है और यह भी 77 प्रतिशत भर गया था।

एंजल ब्रोकिंग में रिटेल का हिस्सा 1.46 गुना भरा

एंजल ब्रोकिंग में रिटेल का हिस्सा 1.46 गुना भरा था। कंपनी 600 करोड़ रुपए बाजार से जुटाने के लिए उतरी है। यह गुरुवार को बंद होगा। कंपनी ने आईपीओ से पहले सोमवार को 26 एंकर निवेशकों से 179.99 करोड़ रुपए जुटाया था। यह शेयर 306 रुपए के मूल्य पर जारी किए गए। एंकर निवेशकों में आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल स्मॉलकैप फंड, आईसीआईसीआई मिडकैप फंड, आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल मल्टीकैप फंड, आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल वैल्यू फंड, रिलायंस कैपिटल ट्रस्टीज, निप्पोन इंडिया बैंकिंग फंड, एचडीएफसी स्मॉल कैप फंड आदि हैं।

कल रूट मोबाइल की हुई थी अच्छी लिस्टिंग

रूट मोबाइल की कल दोगुना भाव पर लिस्टिंग हुई थी। महज 10 दिन में ही इसके निवेशक मालामाल हो गए। हैप्पिएस्ट माइंड ने इसी तरह का रिटर्न दिया था। इस साल जनवरी से आईपीओ बाजार सूखा रहा था। लेकिन सितंबर में इसने निवेशकों को जमकर मुनाफा दिया है। अब तक जो भी आईपीओ आए हैं उनका सब्सक्रिप्शन तो अच्छा हुआ ही और लिस्टिंग उससे भी बेहतर हुई।

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इस साल जनवरी से आईपीओ बाजार सूखा रहा था। लेकिन सितंबर में इसने निवेशकों को जमकर मुनाफा दिया है

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