*लाला जगत नारायण जी द्वारा स्थापित बालवीर हकीकत राय के कीर्ति स्तंभ पर 75 वर्षों से जारी है मेला*
75 वर्षों से जारी है यमुनानगर के इस गांव में वीर हकीकत राय की याद में मेला
यमुनानगर (राकेश भारतीय) बसंत पंचमी के दिन देश धर्म के लिए अपने प्राण न्यौछावर करने वाले बालवीर हकीकत राय जी के कीर्तिस्तंभ पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर समाज के विभिन्न लोगों द्वारा उन्हें याद किया गया।
यमुनानगर के गांव शादीपुर की रायपुर कॉलोनी में लगभग 75 वर्षों से अधिक समय से बालवीर हकीकत राय की याद में मेले का आयोजन किया जा रहा है। पाकिस्तान से बालवीर हकीकत राय की समाधि की राख यहां लाकर कीर्ति स्तंभ स्थापित करने वाले स्वतंत्रता सेनानी स्वर्गीय अमरनाथ मल्होत्रा की पुत्रवधू चंद्र मोहिनी ने मीडिया से
बातचीत करते हुए बताया कि लगभग 75 वर्षों से हर वर्ष यहां मेले का आयोजन किया जाता है। उन्होंने बताया कि पहले बैलों की दौड़ ,कुश्ती और अन्य खेलों का आयोजन भी किया जाता था तकनीकी युग में यह सब समय की बातें हो गई है लेकिन इसके बावजूद हर वर्ष मेले का आयोजन किया जा रहा है।
ग्रामीण विकास परिषद के अध्यक्ष धीरज मल्होत्रा ने बताया कि विकमी संवत 2005 में समाज के सभी वर्गों के सहयोग से स्वर्गीय अमरनाथ मल्होत्रा पाकिस्तान में स्थित वीर हकीकत राय की समाधि से राख लेकर यमुनानगर आए थे और उन्होंने एक समारोह के माध्यम से कीर्ति स्तंभ की स्थापना गांव शादीपुर की रायपुर कॉलोनी में की थी। इस समारोह में आर्य समाज के प्रखर विद्वानों के साथ-साथ समाज के बुद्धिजीवी भी उपस्थित थे । वासुदेव शर्मा, अर्जुन दास मानिक टाहला,हजारा मल शर्मा, मुंशीराम शर्मा ,अवतार चंद ,सोहनलाल शर्मा, ओमप्रकाश कंबोज,
रमेश मल्होत्रा वाले सदस्यों की प्रबंधन समिति द्वारा एक विशेष समारोह का आयोजन किया गया था जिसमें संत निश्चल सिंह, लाला जगत नारायण वशिष्ठ अतिथि थे तब से लेकर आज तक हर वर्ष यहां मेले का आयोजन किया जाता है। उन्होंने कहा कि
समाज के सभी वर्ग इसमें बढ़-चढ़कर भाग लेते हैं तथा हमारा प्रयास रहेगा कि अगले वर्ष से बंद हुआ दंगल फिर से आरंभ किया जाए । गांव के अशोक शर्मा , रविकांत गोहरी, अश्विनी पाराशर, अनुपम आर्य, राघव भारतीय आदि ने बताया कि हम सब का प्रयास रहेगा कि अगले वर्ष से भव्य तरीके से वीर हकीकत राय की याद में मेले का आयोजन किया जाएगा तथा दंगल को भी दोबारा शुरू किया जाएगा।