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अवैध खनन के विरोध में स्टोन क्रेशर संचालक भी आये सामने
स्टोनक्रेशर एसोसिएशन के जिला प्रधान ने कहा कि योगी ने जिस माफिया को यूपी से खदेड़ा वह हरियाणा में ले रहा मुझे खनन विभाग के कई अधिकारी नाचते हैं उसकी उंगलियों पर
यमुना टाइम्स ब्यूरो
यमुनानगर ( राकेश भारतीय)
अवैध माइनिंग और फर्जी इ रवाना के नाम पर यमुनानगर के माइनिंग ठेकेदारों ने किया 5000 करोड रुपए का घोटाला, ईडी और सीबीआई से होनी चाहिए निष्पक्ष जांच। यह आज एक पत्रकार वार्ता में स्टोन क्रेशर एसोसियेशन के प्रधान रामपाल कंबोज ने लगाए। रामपाल कंबोज ने कहा कि माईनिंग ठेकेदारों ने यमुना का सीना चीर कर न केवल अवैध खनन किया , फर्जी परचेज और फर्जी इ रवाना के नाम पर इतना बड़ा घोटाला किया कि अगर इसकी सही से जांच की जाए तो इसमें न केवल सफेदपोश बल्कि कई ऐसे लोग शामिल मिलेंगे जिन्हें यूपी से इसी फर्जी वाडे के चक्कर में निकल गया था और उन्होंने अब हरियाणा में अपने पैर प्रसार लिए हैं। प्रधान रामपाल कंबोज ने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री को भी यूपी के योगी बाबा की तरह कार्रवाई करनी चाहिए और इस तरह की फर्जी काम करके सरकार को करोड़ों अरबो रुपए का चूना लगाने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करनी चाहिए। मीडिया के सामने दस्तावेजों की फाइल दिखाते हुए उन्होंने न केवल आरोप लगाए बल्कि हैरत भी जताई कि एक-एक कांटे से 24 घंटे में 2400 से ज्यादा ट्रैकों का ई रवाना दिखा दिया गया जो अपने आप में एक बड़ा घोटाला है। अभी पिछले दिनों ही लोक सेवा आयोग कमेटी ने यहां पर माइनिंग क्षेत्र में दौरा कर अधिकारियों को ठेकेदारों और इस फर्जी ई रवाना और अवैध माइनिंग करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के आदेश दिए थे लेकिन लोक सेवा आयोग की समिति का यह दौरा कोई नतीजा नहीं निकल पाएगा क्योंकि समिति के अध्यक्ष और सदस्य जो मौके पर आए थे उन्होंने उन घाटों का दौरा ही नहीं किया जहां बड़े पैमाने पर अवैध माइनिंग हो रही है प्रधान रामपाल कंबोज ने आरोप लगाए की एक ही घाट है जहां पर पत्थर निकालने की परमिशन दी गई लेकिन उसके खिलाफ भी इन्होंने कोर्ट से आर्डर लिया हुआ है।
बावजूद इसके बड़े पैमाने पर दूसरे प्रदेशों से और दूसरी जगह से परचेज दिखा करके सरकार की आंखों में धूल जो की जा रही है उन्होंने पूर्व विधायक का नाम लेते हुए कहा कि इस मामले पर सरकार संज्ञान ले और यूपी की तर्ज पर उनके खिलाफ कार्यवाही होनी चाहिए। प्रधान रामपाल कंबोज ने यह भी कहा कि समिति के सदस्यों ने जब माइनिंग क्षेत्र का दौरा किया तो उन्होंने पाया कि जो नेक विभाग द्वारा चेकिंग के लिए लगाए गए हैं वहां पर सरकारी कर्मचारियों की बजाय ठेकेदारों के करिंदे काम कर रहे थे जब ठेकेदारों के करिंदे ही काम करेंगे तो भला अवैध माइनिंग और फर्जी इ रवाना पर माइनिंग विभाग कैसे नकेल कस सकता है यह अपने आप में बड़ा सवाल भी है, और विभाग और माईनिग ठेकेदारों की आपसी मिली भगत का सबूत भी है।
पत्रकारों से बात करते हुए प्रधान रामपाल कंबोज ने कहा कि वह बार-बार सरकार और न्यायालय का दरवाजा खटखटाते रहेंगे जब तक ऐसे अवैध खनन कारोबारी और इ रवाना के नाम पर भ्रष्टाचार करने वाले लोगों के खिलाफ कार्यवाही नहीं होती वह अपनी लड़ाई जारी रखेंगे।