अम्बाला शहर
भगवान श्री परशुराम मंदिर पीपली बाज़ार अंबाला शहर में 9वें मूर्ति स्थापना दिवस का आयोजन किया गया प्रत्येक वर्ष की भाँति इस वर्ष भी मंदिर में हवन यज्ञ, समाज कल्याण के लिए मीटिंग तथा भंडारे का आयोजन किया गया। सभी ने समाज कल्याण के लिए यज्ञ ने आहुतियाँ डाली। इस अवसर पर अंबाला ज़िला ब्राह्मण सभा के ज़िलाध्यक्ष सतीश बक्शी जी तथा डी के शर्मा जी ने कहा कि आज का दिन भगवान श्री परशुराम मंदिर के लिए एक बहुत पावन अवसर होता है क्योंकि इस दिन हमारे मंदिर में 1 फ़रवरी 2013 को मूर्तियों की स्थापना की गयी थी उस वर्ष से प्रत्येक वर्ष प्रदीप शर्मा जी ने मूर्ति स्थापना दिवस का आयोजन शुरू किया वह कयीं दिन पहले से दिवस की तैयारियों में लग जाते थे। आज भले ही वो हमारे बीच नहीं हैं पर उनके आशीर्वाद से हम प्रत्येक वर्ष मूर्ति स्थापना दिवस का आयोजन उसी हर्षोल्लास से करते रहेंगे।
इस अवसर पर संत बब्बू महाराज जी ने बताया कि आज का दिन बहुत ही पावन दिन है आज मूर्ति स्थापना दिवस के साथ साथ मौनी अमावस का भी अवसर है जिसे माघ अमावस्या भी कहा जाता है पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, मौनी अमावस्या के दिन सभी देवी-देवता गंगा में वास करते हैं. इस कारण से इस दिन गंगा स्नान का महत्व है. हरिद्वार, प्रयागराज समेत गंगा से जुड़े सभी तीर्थ स्थलों पर इन दिन स्नान करने के लिए लोग आते हैं. अन्य पवित्र नदियों में भी आज स्नान किया जाता है। शास्त्रों में वर्णित है कि माघ मास में पूजन-अर्चन व नदी स्नान करने से भगवान नारायण को प्राप्त किया जा सकता है तथा इन दिनों नदी में स्नान करने से स्वर्ग प्राप्ति का मार्ग मिल जाता है। इसलिए सभी को इस प्रकार के पुण्य अवसर पर भगवान के नाम का जप तथा हवन यज्ञ अवश्य करना चाहिए। इस अवसर पर सुभाष शर्मा, सोमनाथ शर्मा, वेद प्रकाश शर्मा, जोगिन्दर शर्मा, देवल शर्मा, माधव शर्मा, सूज़ल, चिराग़, किरण शर्मा, मीनाक्षी, मधु, उषा व अन्य श्रद्धालु मौजूद थे।
2022-02-01