पत्रकारों की मान्यता 6 माह करना गलत: सुरजेवाला

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पत्रकारों की मान्यता 6 माह करना गलत: रणदीप सुरजेवाला

नरवाना: कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता चौधरी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने मान्यता प्राप्त पत्रकारों की समय अवधि एक वर्ष से घटाकर मात्र 6 महीने करना गठबंधन सरकार की तानाशाही बताया। सुरजेवाला ने कहा कि अगर सरकार यह फैसला कर रही है तो सरासर गलत है। उन्होंने कहा कि पत्रकार लोकतंत्र की रीढ़ होते हैं जो हर समस्या से सरकार व प्रशासन को अवगत करवाने का काम करते हैं और जनहित के मुद्दों को उठाते हैं। उन्होंने कहा कि आमजन पर अपने तानाशाही फैसलों से जब तानाशाही सरकार का मन नहीं भरा तो अब पत्रकारों को भी अपने निशाने पर ले लिया। किस प्रकार पत्रकार दिन.रात की मेहनत से हर समस्या व जानकारी के लिए जद्दोजहद करते हैं इस बात का अंदाजा कुर्सी के नशे में चूर हुए सत्ता पक्ष के लोग नहीं लगा सकते। कोरोनाकाल में भी पत्रकारों ने किस प्रकार अपनी अहम भूमिका अदा की है ये सब जानते हैं। इतना ही नहीं कोरोना काल में पत्रकारों को अनेकों परेशानियों का सामना करना पड़ा। लेकिन अब पत्रकारों की मान्यता का समय घटाकर गठबंधन सरकार ने साबित कर दिया कि तानाशाही सरकार किसी की हितैषी नहीं है। तीन वर्ष पहले सरकार ने मान्यता प्राप्त एक दो पत्रकारों को आयुष्मान योजना से जोडऩे की शुरूआत थी लेकिन उसके बाद अन्य पत्रकारों को कोई लाभ नहीं मिला। आयुष्मान भारत योजना के तहत निजी और सरकारी चिकित्साल्यों में मान्यता प्राप्त पत्रकारों और उनके परिवारजनों को 5 लाख तक के मुफ्त उपचार का लाभ मिलेगा। इसके विपरित उनकी मान्यता का समय घटाकर एक और कारनामा कर दिखाया है। उन्होंने सरकार से पत्रकारों को पेंशन का लाभ देने और सरकारी कर्मचारियों के बराबर की सभी सुविधाएं देने की मांग की। राष्ट्रीय राजमार्गों पर पत्रकारों से टोल टैक्स की वसूली बंद करने को कहा।

स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे