हरियाणा के सहायता प्राप्त कॉलेजों के हजारों शिक्षक और कर्मचारी आज एक गहरे संकट से जूझ रहे हैं। ।
यह भी बता दें कि हरियाणा में सहायता प्राप्त (एडेड) कॉलेजों की संख्या 97 है, जिनमें लगभग 2,932 शिक्षक कार्यरत हैं।
हालांकि, इन कॉलेजों में शिक्षकों की भारी कमी है। वर्तमान में लगभग 1,290 शिक्षकों और 810 गैर-शिक्षण कर्मचारियों की पदस्थापनाएँ रिक्त हैं, जो कुल स्वीकृत पदों का 45% से अधिक है। विशेष बात यह भी है कि सरकार इन कॉलेजों के कर्मचारियों के वेतन का 95% वहन करती है।
दूसरी और कालेज शिक्षक संघों ने इस मुद्दे को लेकर सरकार को कड़ी चेतावनी दी है। संघ के प्रवक्ता ने कहा कि यदि एक सप्ताह के भीतर वेतन नहीं मिला, तो राज्यभर के कॉलेजों में आगामी परीक्षाओं का बहिष्कार, धरना-प्रदर्शन और अनिश्चितकालीन हड़ताल की कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार निजी एडेड कॉलेजों के प्रति उदासीनता दिखा रही है, जबकि ये संस्थान शिक्षा के क्षेत्र में अव्वल हैं।