70 हजार की रिश्वत लेते डीपीआरओ गिरफ्तार

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70 हजार की रिश्वत लेते डीपीआरओ गिरफ्तार

डिजिटल डेस्क
यमुना टाइम्स :, कहते हैं जिन भ्रष्ट अधिकारियों के मुंह पर भ्रष्टाचार का खून लग जाता है उन्हें ना तो परिवार की चिंता रहती है, ना समाज की । अपनी तिजोरियों भरने के लिए वह भ्रष्टाचार में लिप्त रहते हैं लेकिन वह भूल जाते हैं कि कानून के हाथ बहुत लंबे होते हैं। ऐसा सोचने वाले बाद में ताउम्र पछताते हैं । विजिलेंस टीम की कार्रवाई से उस समय खलबली मच गई जब रिश्वत लेते हुए डीपीआरओ की गिरफ्तारी हुई ।

 


देश को दीमक की तरह चाट रहे ऐसे भ्रष्ट अधिकारी लगता है दिन प्रतिदिन अपने पैर पसार रहे हैं। ताजा मामला डीपीआरओ द्वारा 70000 रुपए की

 

रिश्वत लेने का है जिसमें विजिलेंस टीम द्वारा उन्हें रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है। मामला हरियाणा के पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश का है, जहां मथुरा के फरहा ब्लॉक के झुंझवाई ग्राम पंचायत के विकास कार्यों के भुगतान को लेकर रिश्वत लेने के आरोप में विजिलेंस टीम ने डीपीआरओ किरण चौधरी को उनके आवास से आज मंगलवार सुबह गिरफ्तार किया है । डीपीआरओ अपनी गाड़ी चालक के माध्यम से रिश्वत ले रही थी। आज सुबह करीब 10:00 बजे लखनऊ विजीलेंस की टीम हाईवे स्थित इंद्रप्रस्थ कॉलोनी में रहने वाली डीपीआरओ किरण चौधरी के आवास पर पहुंची। बताया जाता है कि वहां विजीलैंस टीम के साथ शिकायतकर्ता फरहा ब्लॉक के गांव झुडावाई के प्रधान पप्पू भी थे । प्रधान ने डीपीआरओ के चालक विजेंद्र को 70000 रुपए की रकम दी इसके बाद चालक ने वह रुपए ले जाकर डीपीआरओ को दिए इसके बाद डीपीआरओ ने प्रधान को घर के अंदर बुलाया लेकिन प्रधान अकेला ही कमरे में नहीं घुसा उसके साथ विजीवेंस की टीम भी उसके साथ थी। जहां से प्रधान द्वारा दी गई 70000 रुपए की राशि की रकम भी बरामद की गई है इसके पश्चात विजीलैंस टीम ने काफी देर तक इस कमरे में डीपीआरओ से पूछताछ की और उसके बाद उनको लेकर एक टीम लौट गई जबकि एक टीम राजीव भवन पहुंची जहां उन्होंने झुडावई ग्राम पंचायत में चल रहे विकास कार्यों की फाइलें देखी ।

काफी देर के उपरांत टीम कुछ फाइलें लेकर चली गई। अपराधियों के साथ-साथ रिश्वतखोरों पर भी योगी सरकार की इस कार्रवाई की पड़ोसी राज्यों में भी वाहवाही हो रही है। लोगों का कहना है कि हरियाणा में भी भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है ।आम जनता त्राहि त्राहि कर रही है लेकिन भ्रष्टाचचारियों के विरुद्ध सुनने वाला कोई नहीं है। लोगों का कहना है कि up सरकार की तर्ज पर हरियाणा सरकार को भी भ्रष्टाचारियों पर नकेल डालनी चाहिए।

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