लोकतंत्र का पर्व चल रहा है और ऐसे में चुनावी चर्चा ,गपशप ,मजाक ना हो तो चुनावो का मजा ही कहां ?वर्तमान में हालांकि चुनावों के मायने ही बदल गए हैं पहले लोग अक्सर परिवार के साथ बैठकर ,गांव के लोगों के साथ बैठकर ,पार्कों आदि में चुनावों पर चर्चा किया करते थे लेकिन अब यह काफी कम हो गया है। चुनाव पर चर्चा तो होती है लेकिन इसका रूप बदल गया है आधुनिक युग में चौपाल, बैठकों और नुक्कड या पार्कों का स्थान सोशल मीडिया के मंचों और व्हाट्सएप ग्रुपों आदि ने ले लिया है।
नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 12 सितंबर है । कांग्रेस के प्रत्याशियों की सूची का सभी इंतजार कर रहे हैं । राजनीति में रुचि रखने कांग्रेस की सूची का इंतजार कर रहे हैं इस बीच सोशल मीडिया पर एक पोस्ट जमकर वायरल हो रही है जिसे हम आपके साथ शेयर कर रहे हैं । आशा है आपको पसंद आएगी। लोकतंत्र के पर्व पर ऐसे हल्के-फुल्के मजाक भी आवश्यक होते हैं।