अंबाला कैंट से अनिल विज और लाडवा से मुख्यमंत्री नायब सैनी लड़ेंगे चुनाव,मनोहर लाल नहीं लड़ेंगे चुनाव
यमुना टाइम्स ब्यूरो
केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में 55 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम फाइनल कर दिए गए हैं। शुक्रवार को भाजपा पहली सूची जारी सकती है। बैठक में सभी 90 विधानसभा सीटों पर चर्चा की गई है। सूत्रों ने बताया सीएम नायब सिंह सैनी लाडवा विधानसभा से चुनाव लड़ सकते हैं। वहीं, लोकसभा चुनाव हारे कुछ उम्मीदवारों पर भी भाजपा फिर से दांव लगा सकती है।
नई दिल्ली में वीरवार रात को पीएम मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय नेतृत्व ने सूची को अंतिम रूप दिया। इससे पहले भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह ने प्रत्याशियों पर मंथन किया। इस बार सैनी सरकार के दो से तीन मंत्रियों का टिकट कट सकता है। वहीं, मनोहर सरकार में रहे दो पूर्व मंत्रियों को भी मौका नहीं दिया जाएगा।
साथ ही 14 से 15 विधायकों की जगह नए लोगों को मौका दिया जाएगा। राज्य में हैट्रिक लगाने के लिए भाजपा ने सभी 90 सीटों पर चर्चा की। इससे पहले हरियाणा चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान के आवास पर बैठक हुई। कुछ देर बाद जेपी नड्डा के आवास पर बैठक हुई, जिसमें हरियाणा कोर कमेटी के सभी सदस्य और गृह मंत्री अमित शाह शामिल हुए। करीब 6 घंटे की मैराथन बैठक में पैनल को अंतिम रूप दिया गया।
इसके बाद पीएम मोदी की अध्यक्षता में सीईसी की बैठक हुई। बैठक में लगभग सभी पैनलों को मंजूरी दे दी गई है। इस बैठक में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल, हरियाणा के सभी प्रभारी, सीएम नायब सिंह सैनी व अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।
नेताओं की संतानों पर भी लगेगा दांव
भाजपा इस बार टिकट तीन मानकों पर दे रही है। पहला- जीत, दूसरा लोकप्रियता और तीसरा जातिगत समीकरण। इन मानकों पर जो भी खरा उतरेगा, पार्टी उसे टिकट देने में परहेज नहीं करेगी। ऐसे में केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत की बेटी आरती, राज्यसभा सांसद किरण चौधरी की बेटी श्रुति और भाजपा नेता कुलदीप बिश्नोई के बेटे भव्य को टिकट तय माना जा रहा है। हालांकि कृष्णपाल गुर्जर ने भी बेटे के लिए टिकट की मांग की है जिस पर विचार चल रहा है।भाजपा हरियाणा में गोपाल कांडा की पार्टी हरियाणा लोकहित पार्टी, पूर्व मंत्री विनोद शर्मा की पार्टी हरियाणा जन चेतना पार्टी को एक या दो सीट दे सकती है। कोर कमेटी की बैठक में इस बारे में चर्चा भी हुई। वहीं, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जाट मतदाताओं और किसान वर्ग में प्रभाव रखने वाले
राष्ट्रीय लोकदल को भी प्रदेश में एक या दो सीट दी जा सकती हैं।चर्चा थी कि भाजपा कुछ सांसदों को भी विधानसभा चुनाव में उतार सकती है। इसमें केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल का भी नाम शामिल था। वीरवार को मनोहर लाल ने हल्के-फुल्के लहजे में कहा कि वह विधानसभा चुनाव नहीं लड़ने जा रहे हैं। इस मुद्दे पर कोई बातचीत भी नहीं हुई है।